प्रयागराज, फरवरी 17 -- केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को संगम में आस्था की डुबकी लगाई। उन्होंने महाकुम्भ में शामिल होने को अपना सौभाग्य बताया। मीडिया से कहा कि हमें महाकुम्भ में भाग लेने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। हम यहां आकर बेहद खुश हैं। महाकुम्भ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारत की आध्यात्मिक ऊर्जा और एकता का सबसे बड़ा संगम है। यह आयोजन केवल श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और जीवन दर्शन को विश्व पटल पर स्थापित करने वाला अवसर है। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ का हर क्षण सनातन परंपराओं की भव्यता को दर्शाता है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणादायक रहेगा। स्नान करने के बाद धर्मेंद्र प्रधान ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर लिखा, महाकुम्भ, सनातन सभ्यता, संस्कृति, दर्शन और हमारी शाश्वत परं...