बरेली, जून 21 -- फरीदपुर। जानलेवा हमले के इस मामले को पुलिस ने विवेचना के नाम पर 85 दिन से लंबित कर रखा था। पुराने विवेचक ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। अब सुनील वर्मा 20 हजार रुपये की रिश्वत न देने पर आरोपियों के नाम निकालने और धाराएं कमजोर करने की धमकी दे रहा था। इस पर पीड़ित पक्ष ने उसे एंटी करप्शन से ट्रैप करा दिया। पुलिस के मुताबिक मेहतरपुर तिजा सिंह गांव के अहसान अली 27 मार्च को नमाज पढ़कर अपने घर जा रहे थे। पुरानी रंजिश के चलते गांव के हशीर अहमद, आशिव अहमद, सुहेल अहमद और शकील अहमद ने रास्ते में उन्हें घेरकर धारदार हथियारों से हमला कर दिया। इसमें अहसान अली गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें बचाने आए परिवार के लोगों को भी आरोपियों ने पीटा। इस मामले में अहसान अली के चाचा शमशेर अली ने चारों आरोपियों के खिलाफ जानलेवा हमला समेत अन...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.