दंतेवाड़ा, अगस्त 28 -- छत्तीसगढ़ के बस्तर को धरती का स्वर्ग कहा जाता है। यहां का प्राकृतिक सौंदर्य आपको मन मोह लेगा। वहीं धार्मिक आस्था भी बस्तर में दिखती है। यहां के ऐतिहासिक बस्तर दशहरा की ख्याति पूरे विश्व में फैली हुई है। इसी कड़ी में दंतेवाड़ा जिले की लौह नगरी बैलाडीला (किरंदुल) की एक पहाड़ी। नाम है ढोलकल। इसके शिखर पर ग्यारहवीं शताब्दी की दुर्लभ गणेश प्रतिमा विराजमान है। किवदंती है कि इसकी स्थापना छिंदक नागवंशी राजाओं ने की थी। यह प्रतिमा पूरी तरह सुरक्षित और ललितासन मुद्रा में है। इस प्रतिमा को देख लोग सोच में पड़ जाते हैं कि न तो सड़क है और न कोई आसान पथ फिर भगवान गणेश की इस मूर्ति को पहुंचाया कैसे गया। हमर छत्तीसगढ़ की पांचवी कड़ी में आज हम इस विशेष जगह की बात करेंगे। भगवान परशुराम और गणेश जी के बीच युद्ध हुआ था। परशुराम भगवान शिव ...
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