आजमगढ़, जून 6 -- आजमगढ़, संवाददाता। शहर के जाफरपुर स्थित श्री राम जानकी मंदिर पर आयोजित सात दिवसीय संगीतमय श्री हनुमान कथा के तीसरे दिन बाल व्यास पंडित कौशल किशोर महाराज ने कहा कि इस पृथ्वी पर प्रभु के विविध रूप में समय-समय पर अवतार हुआ करते हैं । उन्होंने श्री हनुमान जी के चरित्र का मनमोहक वर्णन करते हुए कहा की श्री हनुमान जी विद्या अध्ययन की इच्छा से भगवान सूर्य के पास गए और भगवान सूर्य से स्वयं को विद्या पढ़ाने की बात करने लगे। भगवान सूर्य ने कहा कि हनुमान मेरी गति बड़ी तीव्र है और मैं एक जगह स्थिर नहीं रहता हूं, आप हमसे कैसे विद्या पढ़ोगे । हनुमान जी ने कहा कि आप हमें विद्या पढ़ने की अनुमति प्रदान करें, मैं आपके रथ के आगे आपकी ही गति से चलता रहूंगा और आप चलते-चलते हमें पढ़ाते रहिएगा और मैं पढ़ता रहूंगा। हनुमान जी की इस बात को सुनकर के...