बिजनौर, अक्टूबर 2 -- कर चला बर्बाद लक्ष्मण तू सदा के वास्ते..., मन विकल हो गया भाग्य ही से गया.... जैसे गीतों के साथ हुई लक्ष्मण शक्ति व कुंभकरण वध की लीला देखकर श्रद्धालु रोंमांचित हो गए। रामलीला के रंगमंच पर हुई रामलीला के मंचान में युद्ध के दौरान मेघनाद के शक्ति बाण से लक्ष्मण मुर्छित हो जाते हैं। हनुमान जी मूर्छित अवस्था में लक्ष्मण को युद्ध के मैदान से उठाकर रामादल ले आते हैं। लक्ष्मण की दशा देखकर व्याकुल हुए श्री राम करुण विलाप करते हैं। विभीषण के बताने पर हनुमान जी लंका से सुषेन वैद्य को सोते हुए उठा लाते हैं। सुषेन वैद्य के प्रात:काल से पूर्व संजीवनी लाने के सुझाव पर हनुमान जी बूटी लाने के लिए हिमालय पर्वत की ओर रवाना हो जाते है। रास्ते में रावण का भेजा हुआ कालनेमी राक्षस छल से हनुमान को संजीवनी लाने से रोकने का प्रयास करता है। हन...