संभल, अप्रैल 19 -- हनुमान जी ने सभी इंद्रियों को जीत लिया है। वह अजेय हैं। वह सभी को राम नाम का उपदेश देकर जीवन धन्य कर देते हैं। संतों का भी निरंतर हित करते हैं। उनका मन प्रभु श्रीराम में अचल है। वह प्रभु के अलावा किसी को नहीं सोचते हैं। यह उपदेश जगदगुरू तुलसी पीठाधीश्वर रामभद्राचार्य ने सुनाया। वह हीरादेवी तोताराम कन्या इंटर कॉलेज परिसर में श्रीराम कथा के छठवे दिन कथा का बखान कर रहे थे। बीच-बीच में रामायण की संगीतमय चौपाइयों पर कथा पांडाल में मौजूद श्रद्धालु जमकर झूमे। पूरा माहौल श्रीराम की भक्ति रस में डूबा नजर आया। शुक्रवार को शाम साढ़े पांच बजे करीब कथा पांडाल पहुंचे जगदगुरू का आयोजकों की ओर से पैर छूकर व माला पहनाकर आर्शीवाद लिया। जगदगुरू ने सुग्रीव व भगवान राम की मित्रता का प्रसंग सुनाकर लोगों को भाव विभोर कर दिया। उन्होंने कहा कि ज...