मैनपुरी, मार्च 18 -- मंगलवार को पूर्वाह्न 11 बजे थे। 24 लोगों की हत्या करने वाले तीन हत्यारोपी जिला जेल से दीवानी की हवालात लाए गए तो हवालात के निकट सुरक्षा का पहरा और बढ़ा दिया गया। मुख्य गेट पर कड़ी निगरानी की जा रही थी। हर किसी की तलाशी हो रही थी। जैसे ही तीनों हत्यारों को कोर्ट ले जाने के लिए हवालात से निकाला गया तो सरगर्मियां और बढ़ गईं। अपर सत्र न्यायाधीश कोर्ट तक पहुंचते-पहुंचते हत्यारों के चेहरे उतर गए थे। शायद उन्हें भी फांसी की सजा की उम्मीद थी। अपराह्न 3:30 बजे फांसी की सजा का एलान हुआ तो हत्यारों के चेहरों पर मुर्दनी छा गई। दीवानी परिसर में मंगलवार को कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए थे। हर कोई दिहुली कांड का फैसला जानना चाहता था। हत्यारोपी दीवानी की हवालात से निकाले गए तो वे पूरी तरह गुमशुम थे। चार पुलिस कर्मियों की सुरक्षा में रामसेवक...