लखनऊ, सितम्बर 8 -- हड्डी से जुड़ी बीमारी में फिजियोथेरेपी की भूमिका लगातार बढ़ती जा रही है। इससे मरीजों को ऑपरेशन के बाद होने वाली विकृति से बचाना आसान हो गया है। मरीज के जल्द ठीक होने की उम्मीद बढ़ जाती है। यह बातें केजीएमयू के फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन (पीएमआर) विभाग के डॉ. अरविंद सोनकर ने दी। वह सोमवार को फिजियोथेरेपी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। डॉ. अरविंद ने कहा कि फिजियोथेरेपी से मरीज को दर्द से राहत मिलती है। चोट और सर्जरी के बाद तेजी से सुधार होता है। शारीरिक गतिशीलता और लचीलेपन में सुधार होता है। भविष्य में चोट लगने के जोखिम को कम करता है। संतुलन में सुधार और गिरने से बचाव में मदद करता है। दीर्घकालिक बीमारियों के प्रबंधन में मदद शामिल हैं। यह मांसपेशियों को मजबूत करती है। जोड़ों के तनाव को कम करती है। प्रो...
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