बदायूं, दिसम्बर 21 -- बदायूं। शहर के मालवीय आवास पर हड़ताल के छठवें दिन भी विरोध प्रदर्शन किया गया। यहां धरना दने के बाद विरोध मार्च भी निकाला गया। जिला मुख्यालय पर जुटी आशा कर्मियों की संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष जौली वैश्य ने कहा कि यह लड़ाई वर्षों से सरकार द्वारा अनसुना करने और नौकरशाही, अपमान जनक शोषणकारी व्यवहार से उपजी हैं। बिना सवालों को हल किए सरकार कितने ही दमन के तरीके निकाले, बच नहीं सकती। उसे प्रदेश की दो लाख आशा संगीनियों के सवाल सुनने होंगे। जौली वैश्य ने कहा कि 50 रुपये, 75 रुपये में दुनिया का कोई मजदूर कही भी कार्य करने वाला नहीं मिलेगा। आशा कर्मी इस जानलेवा मंहगाई के दौर में इसी मजदूरी या मुफ्त की बेगार करने के लिए 20 वर्षों से विवश हैं। अगर काम के बदले जिंदा रहने भर पारिश्रमिक की मांग नाजायज है, तो सरकार खुद बताए कि दो ह...