हजारीबाग, अगस्त 31 -- हजारीबाग जिला प्रतिनिधि। जिले का एक मात्र राजकीय संस्कृत उच्च विद्यालय पूरी तरह से दम तोड़ दिया है। जिला स्कूल छात्रावास परिसर में संचालित इस विद्यालय की उपेक्षा कई साल से हो रहीं थी। संस्कृत माध्यम से पढ़ाई करने के वाले छात्र-छात्राओं के लिए एक मात्र स्कूल था। स्कूल बंद होने के बावजूद कोई भी संबंधित शिक्षा पदाधिकारी इसे बंद कहने को तैयार नहीं है। दरअसल, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की संचिका में भले ही यह विद्यालय खुला हुआ है किंतु जमीनी स्तर पर यह बंद पड़ा है। इस स्कूल में प्राचार्य का पद वर्षो से रिक्त है। स्कूल में एक भी शिक्षक पदस्थापित नहीं है। छात्र-छात्राओं का नामांकन भी नहीं है। हालांकि एक लिपिक इस स्कूल में प्रतिनियुक्त है जो कोई पत्र आने पर उसे रिसिव करता है। बताया जाता है कि कई वर्षो तक इस विद्यालय मे...
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