लखनऊ, जुलाई 13 -- लखनऊ, संवाददाता। शहीदाने कर्बला की याद में रविवार को छोटा इमामबाड़ा हुसैनाबाद में आयोजित अंतिम मजलिस को मौलाना मोहम्मद मियां आब्दी ने खिताब किया। मौलाना ने कहा कि कर्बला में हजरत जैनब न होतीं तो कर्बला का पैगाम दुनिया तक नहीं पहुंच पाता। उन्होंने अपने दोनों बेटों को हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम पर कुर्बान कर दिया। रौजाए काजमैन सआदतगंज में मौलाना अब्बास इरशाद नकवी ने तीसरी मजलिस में कहा कि मौला अली जितने फजायल मिले वो खुदा की तरफ से मिले। मौलाना ने कहा कि गदीर के मैदान में जब रसूले खुदा ने मौला अली को अपना जानशीन बनाया वो भी खुदा की तरफ से हुक्म था। मजलिस के बाद अंजुमन शमशीर हैदरी ने नौहाख्वानी व सीनाजनी की। मेहंदी घाट पीपे वाला पुल पर तीसरी मजलिस में मौलाना हैदर अब्बास रिजवी ने खिताब किया। मजलिस के बाद नौहाख्वानी हुई। इमाम...