गया, जुलाई 5 -- हजरत इमाम हुसैन व उनके परिवार के लोगों की शहादत की याद में मुहर्रम की तारीख नौ शनिवार रात कर्बला में अकीदतमंदों की भीड़ उमड़ पड़ी। अकीदतमंदों ने हजरत इमाम हुसैन वा उनके परिवार के लोगों की शहादत को याद किया । शनिवार की सुबह से ही सुन्नी व शिया सहित अन्य धर्मों के लोगों ने अपने -अपने तरीके से उनकी याद में कुरान पढ़ी। उनकी जीवनी पर तकरीरें सुनी। शिया हजरात ने मातम किया। अन्य धर्मो के लोगो ने पूजा- अर्चना की। ईशा की नमाज बाद जिक्रे शोहदा ए करबला कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। इसमें हिन्दुस्तान के प्रसिद्ध मौलाना मुफ्ती सैयद अहमद रजा साहब मुहतमिम इदारा ए शरिया पटना से आए। उन्होंने अपनी तकरीर से हजरत इमाम हुसैन और करबला के वाक्या(घटित) के दृश्य को इस प्रकार से बयान किया के लोगों के आंखों से आंसू निकल पड़े। मशहूर मौलाना उमर नूरानी साहब...