गोरखपुर, मार्च 19 -- गोरखपुर, निज संवाददाता। चिश्तिया मस्जिद बक्शीपुर में मंगलवार को सामूहिक कुरआन ख्वानी हुई। इसमें हजरत आयशा सिद्दीका और शोहदा-ए-बद्र के शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। मस्जिद के इमाम मौलाना महमूद रजा कादरी ने कहा कि हजरत आयशा पैगंबर हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की पत्नी और पहले खलीफा हजरत अबू बक्र की पुत्री थीं। वे विद्वान थीं और इस्लाम में महिला सशक्तिकरण की पहचान मानी जाती हैं। उन्होंने 17 रमजान को दुनिया को अलविदा कहा था। उन्होंने बताया कि 2 हिजरी में 17 रमजान को जंग-ए-बद्र लड़ी गई थी, जिसमें 313 सहाबा किराम ने तीन गुना बड़ी दुश्मन सेना को पराजित किया। इसमें 14 सहाबा शहीद हुए, जबकि दुश्मन के 70 सैनिक मारे गए। मदीना जामा मस्जिद रेती चौक में मुफ्ती मेराज अहमद कादरी ने कहा कि जंग-ए-बद्र इस्लाम की पहली ऐतिहासिक जंग ...