लखनऊ, मार्च 19 -- लखनऊ, संवाददाता। हजरत अली की शहादत की याद में बुधवार को शहर के इमामबाड़ों, कर्बलाओं व मस्जिदों में मजलिस ओ मातम का आगाज हो गया। यह शनिवार तक जारी रहेगा। इमाम की शहादत का गम तीन दिन तक चलेगा। आज मजलिसों में उलमा से इमाम की शहादत का किस्सा सुनकर अजादारों की आंखें नम हो गईं। कर्बला अजमतुद्दौला बहादर मेहदीगंज में मजलिस को मौलाना कल्बे जव्वाद ने खिताब किया। उन्होंने कहा कि हजरत अली ने फरमाया है कि अनाथों के अधिकारों का खयाल रखो और पड़ोसियों के साथ अच्छा व्यवहार करो। मजलिस के बाद शबीहे ताबूत की जियारत करायी गयी। हैदरी मस्जिद न्यू हैदराबाद में आयोजित मजलिस को मौलाना अब्बास इरशाद ने खिताब किया। उन्होंने कहा कि हजरत अली ने फरमाया है कि हमें अपने दुश्मन के साथ भी अच्छा सुलूक करना चाहिए। शबीह नजफ रूस्तमनगर व इमामबाडा उम्मुल बनीन मंस...