बलिया, जुलाई 15 -- बलिया, संवाददाता। सड़क और नदियों ही नहीं बल्कि रेल मार्ग से भी बड़े पैमाने पर शराब की तस्करी हो रही है। छोटे-बड़े स्टेशनों से करीब-करीब चौबिसों घंटे शराब की खेप लेकर तस्कर रेलगाड़ियों से बिहार जाते हैं। इस अवैध कारोबार से सुरक्षाकर्मियों की भी आमदनी बढ़ गयी है। दरअसल अप्रैल 2016 में पड़ोसी राज्य में शराब पर प्रतिबंध लगा दिया गया। इसके बाद जनपद से दारु की तस्करी शुरु हो गयी। तीन ओर से दो बड़ी नदियों गंगा और सरयू नदी से घिरे होने के चलते तस्कर नाव आदि के जरिये तथा सड़क मार्ग से भी शराब की खेप बिहार लेकर जाने लगे। सूत्रों की मानें तो कुछ बिहार के अंदर के जनपदों के तस्करों को सबसे अधिक मुफिद ट्रेनें लगी तो उन्होंने रेलगाड़ियों से तस्करी शुरु कर दिया। वर्तमान समय में आलम यह है कि कुछ तस्कर लम्बी दूरी की तो कुछ पैसेंजर ट्रेनों से दारु...