सीवान, जुलाई 11 -- सीवान, हिन्दुस्तान संवाददाता। विश्व आयुर्वेद परिषद,बिहार इकाई के तत्वावधान में दयानंद आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज परिसर में 7 दिवसीय व्यक्तित्व विकास वर्ग संचालित हो रहा है। इसी क्रम में व्यक्तित्व विकास वर्ग के पांचवें दिन गुरुवार को धन्वंतरि सभागार में इसकी विधिवत शुरुआत हुई। प्रथम सत्र में शहर के जेडए इस्लामिया पीजी कॉलेज के हिन्दी विभाग के सेवानिवृत प्रो. डॉ. अशोक प्रियंवद ने अपने व्याख्यान में स्वबोध, मित्र बोध व शत्रुबोध की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि स्व की परिधि बड़ी होकर कुटुंब का निर्माण करती है। वहीं उससे आगे बढ़कर वह समाज को अपने वृत में समेटती है, तब राष्ट्र व समस्त जड़ चेतन के साथ उसका रागात्मक रिश्ता गहरा होता है और वह गा उठता है। इसके उपरांत विश्व आयुर्वेद परिषद के प्रांत महासचिव व दयानंद आयुर्वेदिक ...