जमुई, अप्रैल 23 -- झाझा। निज संवाददाता आजादी के जितने साल हो चूके हैं जमुई जिले का लगभग उतना ही फीसदी हिस्सा आज भी रेल के मानचित्र से कटा हुआ है। विडंबना पूर्ण स्थिति यह कि रेल की सुविधा से वंचित इलाकों को रेल मानचित्र पर लाने से संबंधित जिले की चार बड़ी रेललाइन परियोजनाओं को रेल मंत्रालय ने अपनी हरी झंडी भी दी हुई है। इस तथ्य को लोकसभा के पटल पर खुद रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी दो-दो बार स्वीकारा है। विडंबनापूर्ण स्थिति यह कि रेल मंत्रालय ने जिले की उन परियोजनाओं को अपनी स्वीकृति तो बख्श रखी है और इस तथ्य को खुद रेलमंत्री भी स्वीकारते हैं। किंतु,इन परियोजनाओं हेतु फंड आवंटन के सवाल पर मंत्रालय की ओर से कोई सकारात्मक संदेश की बाट जिलावासी आज तक भी जोह रहे हैं। बड़ा सवाल है कि फंड के बगैर सिर्फ स्वीकृति के झुनझुने की बदौलत आखिर ये परियोजना...