अलीगढ़, नवम्बर 6 -- अलीगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। डिजिटल स्वास्थ्य अभियान 'ई-कवच' का असर दिखाई तो दे रहा है, लेकिन उसकी गति अब भी असमान बनी हुई है। स्वास्थ्य टीमों ने सर्वे और स्क्रीनिंग में मेहनत जरूर की, पर हर ब्लॉक की चाल एक जैसी नहीं रही। किसी ने आंकड़ों की रफ्तार से उड़ान भरी, तो किसी ने अभी तक इंजन ही चालू नहीं किया। गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) की पहचान से लेकर आभा आईडी बनाने तक स्वास्थ्य डिजिटलीकरण की यात्रा अभी अधूरी है। स्वास्थ्य विभाग की ई-कवच रिपोर्ट (एक अप्रैल से आठ अक्तूबर) ने स्वास्थ्य व्यवस्था की एक दिलचस्प तस्वीर खींची है। रिपोर्ट के अनुसार, 15.91 लाख की जनसंख्या में से 12.59 लाख (78.87 प्रतिशत) लोगों का सीबीएसी सर्वेक्षण पूरा हुआ, जबकि 5.96 लाख (37.49 प्रतिशत) लोगों की पूरी स्क्रीनिंग की जा चुकी है। आंकड़ों से साफ है कि सर्वे ठ...