शामली, जून 18 -- शामली राइफल क्लब करनाल रोड शामली पर क्रीड़ा भारती द्वारा आयोजित निशुल्क योग प्रशिक्षण शिविर में मंगलवार को स्वामी योगचिन्मय महाराज द्वारा नाद ब्रह्म ध्यान विधि का अभ्यास कराया गया। स्वामी ने बताया कि नाद ब्रह्म ध्यान एक प्राचीन तकनीक है जो ब्रह्मांडीय ध्वनि या ध्वनि कंपन सुनने पर आधारित है। यह ध्यान मन को शांत करके अपने भीतर की ध्वनि के साथ जुड़कर किया जाता है। यह ध्यान शांति, विश्राम और मानसिक स्पष्टता को बढ़ावा देता है। नाद ब्रह्म ध्यान की प्रक्रिया को करने के लिए शांत और आरामदायक स्थान पर बैठकर अपने विचारों को रोकने की कोशिश करें और ध्यान करें। ध्यान के दौरान अपनी आंतरिक ध्वनि को सुनने का प्रयास करें यह ध्वनि ब्रह्मांडीय ध्वनि या नाद ब्रह्म है, नाद ब्रह्म ध्यान करने से मन शांत होता है और तनाव कम होता है। यह ध्यान विश्राम ...