बुलंदशहर, अक्टूबर 7 -- । आर्य समाज की स्थापना के 150 वर्ष पूरे होने पर राजघाट स्थित महर्षि दयानंद गुरुकुल महाविद्यालय में चल रहे तीन दिवसीय 32वें वार्षिकोत्सव और सार्द्ध शताब्दी सम्मेलन के दौरान पूर्व विधायक डॉ अनीता लोधी ने कहा कि स्वामी दयानंद सरस्वती ने मध्यकाल में भारतीय नारी को दयनीय दशा से मुक्त कर समाज का आवश्यक अंग बनाने में उनकी योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि स्वामी दयानंद सरस्वती ने स्त्री शिक्षा को जरूरी मानते हुए स्त्रियों को शिक्षा देने को प्रेरित किया। जबकि बाल विवाह, पर्दा प्रथा, सती प्रथा, दहेज प्रथा जैसी सामाजिक कुरीतियों का अंत कर विधवा पुनर्विवाह, वेदों के पठन पाठन, महिला गुरुकुल व कॉलेज स्थापना हेतु जनजागरण अभियान चलाकर भारत की आधी आबादी को चारदीवारी से मुक्तकर नई दिशा दी। आर्य समाज में करीबी से जुड़ी ह...