रिषिकेष, मार्च 18 -- श्रीदेव सुमन विवि ऋषिकेश परिसर में मंगलवार को स्वच्छ एवं प्लास्टिक मुक्त भारत विषय पर कार्यशाला हुई, जिसमें वक्ताओं ने छात्र-छात्राओं को स्वच्छता और प्लास्टिक उन्मूलन के लिए जागरूक किया। परिसर के निदेशक प्रो. महावीर सिंह रावत ने कहा कि प्लास्टिक बैग, प्लास्टिक की बोतलों का त्याग, इलेक्ट्रॉनिक समान, खिलौने आदि विशेष कर शहरी इलाकों में नहरों, नदियों और झीलों के जल की निकासी को रोक रहे हैं। हर साल दुनिया भर में लगभग 100 मिलियन टन प्लास्टिक का उत्पादन होता है, इसमें से 25 मिलियन टन प्लास्टिक नष्ट न होने योग्य है। जो पर्यावरण के साथ-साथ जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा है। समाजसेवी डॉ. विनोद जुगलान ने कहा कि भारत में एकल-उपयोग प्लास्टिक के इस्तेमाल को कम करने और पर्यावरण को बचाने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं, जिनमें प्लास्टिक के...