लखनऊ, अक्टूबर 17 -- फोटो सेमिनार लखनऊ, संवाददाता। जब व्यक्ति अपने आहार, विचार, व्यवहार और आत्मिक चेतना में संतुलन स्थापित कर लेता है, तभी वह सच्चे अर्थों में शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ बनता है। यही समग्र विकास का वास्तविक मार्ग है। यह बातें बीबीएयू के कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल ने मानव विकास एवं परिवार अध्ययन विभाग की ओर से आयोजित सेमिनार में कही। उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है, इसलिए संतुलित आहार, उचित नींद और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना आवश्यक है। विशिष्ट अतिथि उमराव अस्पताल की क्लीनिकल मनोचिकित्सक डॉ. अल्पना रस्तोगी ने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत है। मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति न केवल अपने लक्ष्यों को बेहतर ढंग से प्राप्त कर सकता है, बल्कि दूसरों...
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