गुड़गांव, अक्टूबर 13 -- गुरुग्राम। शहर के पांच स्थानों की महिलाएं स्वरोजगार से जुड़कर स्वदेशी सामानों को बढ़ावा दे रही हैं। ये महिलाएं अपने हाथों से मिट्टी के दीये बनाने से लेकर कलर करती है। 50 हजार घरों को दीपावली में उजाला के लिए तैयार कर रही है। इसमें 35 हजार मिट्टी के दीये और 15 हजार स्वदेशी लड़ियां शामिल है। गुरुग्राम सेवा भारती के सचिव मनीष ने कहा कि इसमें गरीब वर्ग की बहन बेटियों को स्वरोजगार देकर उनके घर में पर खुशहाली लाने की कोशिश की गई है। स्वदेशी सामानों को बढ़ावा देने और महिलाओं को स्वावलंबी बनाया जा रहा है। ये महिलाएं हर साल लड़ियां और दीये तैयार करती है जो झुग्गियों में निशुल्क और लोगों को सस्ते दर पर मुहैया कराया जाता है। 30 फीट की एक लड़ी बनाने में 25 रुपये महिलाओं को दिये जाते है। जबकि एक दीये को कलर करने के लिए एक रुपये...