फतेहपुर, मई 25 -- फतेहपुर। युवाओं को स्वरोजगार के लिए चार वर्ष तक बगैर ब्याज पांच लाख का ऋण मुहैया कराए जाने की तमाम अनियमितताएं उजागर हो रही हैं। विभाग से फाइल स्वीकृत कराने से लेकर बैंक से लोन पाने तक की प्रक्रिया में युवा दौड़ लगाने को विवश हैं। फाइल अस्वीकृति पर युवा परदेश जाने को विवश हो रहे हैं। शासन से मुख्यमंत्री युवा उद्यम योजना से युवाओं को उद्यम लगाने के साथ खुद के पैर में खड़ा होने का रास्ता दिखाया। योजना का लाभ उठाने के लिए जिले के सैकड़ों युवाओं में कुछ उम्मीद जगी थी। लेकिन योजना का लाभ पाने के लिए अब आवेदन के बाद फाइल स्वीकृति कराने को ऋण के लिए बैंकों तक चक्कर काटने को विवश हो रहे है। विभाग से फाइल स्वीकृति होकर बैंक पहुंच भी जाती है तो बैंक अधिकारी कभी फाइल में गड़बड़ी से लेकर तमाम नियमों का हवाला देकर लौटा दिया जाता है। ...