संतकबीरनगर, सितम्बर 24 -- संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले में स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले मिश्र बंधुओं का गांव रक्शा आज भी बदहाली की मार झेल रहा है। आज़ादी के 78 वर्ष बाद भी यह गांव बुनियादी सुविधाओं से कोसों दूर है। जर्जर सड़कें, गंदगी के ढेर, पानी और जल निकासी की समस्या यहां के लोगों की रोजमर्रा की परेशानी बन चुकी है। गांव के लोगों का कहना है कि जिम्मेदारों की लगातार उपेक्षा ने रक्शा को बदहाली की पहचान दे दी है। हालात इतने खराब हैं कि गांव का नाम सुनते ही लोग यहां आने से कतराते हैं। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि शासन और प्रशासन समय-समय पर विकास के दावे तो करता है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सम्मान की बात भी की जाती है, लेकिन धरातल पर हालात जस के तस बने हुए हैं। मूलभूत सुविधाओं के नाम पर ध...