बांका, जून 14 -- धोरैया(बांका), संवाद सूत्र। शुक्रवार की सुबह सड़क दुर्घटना में हुए सुबोध की मौत के बाद परिजनों पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा है। परिजनों के चिख और पुकार से पूरा गांव स्तब्ध है। बताया जाता है कि सुबोध स्वच्छता कार्यों के अलावे मेहनत मजदूरी कर अपने पूरे परिवार का परवरिश करता था। लेकिन उनके मौत के बाद परिवार का भरण पोषण करने वाला कोई नहीं है। जानकारी देते हुए परिजनों ने बताया कि सुबोध को तीन लड़का व एक लड़की है। जिसमें बड़ी लड़क़े का शादी होने के साथ है व अपने परिवार से अलग रहता है जबकि एक लड़की की भी शादी हो चुकी है। वही सुबोध दो नाबालिक पुत्र के साथ अपनी पत्नी का भी भरण पोषण मेहनत मजदूरी करने क़े साथ करता था। इस दौरान सुबोध स्वच्छता कार्यों के अलावे गांव घर में मेहनत मजदूरी का काम करता था। लेकिन शुक्रवार को उनके मौत हो जाने के बा...