बुलंदशहर, अगस्त 2 -- स्याना हिंसा में 38 अभियुक्तों को सजा सुनाई गई है। सजा सुनाए जाने के बाद इन अभियुक्तों के परिजन बेहद निराश एवं हताश नजर आए। अभियुक्तों ने परिजनों ने कहा कि पुलिस ने मनमानी तरीके से जांच करते हुए निर्दोष लोगों को फंसा दिया। न्यायालय द्वारा सजा सुनाए जाने से इन सभी युवाओं का भविष्य बर्बाद हो गया है। अब उन्हें हाईकोर्ट से न्याय की उम्मीद है। जल्द ही हाईकोर्ट में निचली अदालत के फैसले के खिलाफ अपील की जाएगी। न्यायालय परिसर के बाहर एक अभियुक्त सचिन के भाई नितिन ने कहा कि उसका भाई पूरी तरह निर्दोष था। उसके भाई के नाम के आगे तेज दौड़ने की वजह से कोबरा लगा दिया, जिससे पुलिस ने उसे शातिर समझकर स्याना हिंसा में फंसा दिया। हिंसा के वायरल वीडियो में भी सचिन की कोई भूमिका सामने नहीं आई। न्यायालय ने पुलिस की जांच के आधार पर सचिन को ...