नई दिल्ली, अप्रैल 4 -- मनोज कुमार भारतीय सिनेमा के एक ऐसे अभिनेता थे, जिन्होंने फिल्मों को सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि देशभक्ति का जरिया बनाया। 'शहीद, 'उपकार और 'क्रांति जैसी फिल्मों ने उन्हें 'भारत कुमार बना दिया। उनके अभिनय में सादगी थी, लेकिन विचारों में गहराई। उन्होंने निर्देशन, पटकथा लेखन और संपादन में भी अपनी छाप छोड़ी। अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र जैसे कलाकारों के करियर में भी उनका योगदान अहम रहा। उनका जीवन संघर्ष, समर्पण और सिनेमा के प्रति प्रेम की मिसाल है। उनकी फिल्में और उनका संदेश आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा। विभाजन के बाद भारत आए -जन्म अविभाजित भारत के ऐबटाबाद (अब पाकिस्तान) में हुआ -विभाजन के बाद परिवार के साथ दिल्ली आ गए -दिल्ली के हिंदू कॉलेज से कला में स्नातक की शिक्षा प्राप्त की -भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से प्रेर...