प्रयागराज, दिसम्बर 14 -- प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के व्यवहार एवं संज्ञान विज्ञान केंद्र (सीबीसीएस) में आयोजित संज्ञानात्मक विज्ञान के 12वें वार्षिक सम्मेलन के दूसरे दिन शनिवार को शोध, विचार और विमर्श का ऐसा संगम देखने को मिला, जिसने मानव मस्तिष्क की जटिल कार्यप्रणालियों को समझने के नए द्वार खोले। देश-विदेश से आए विद्वानों ने ध्यान, स्मृति, नियंत्रण और रचनात्मकता जैसे विषयों पर अपने नवीन शोध निष्कर्ष प्रस्तुत किए। स्मृति आधारित सत्र में दिप्ति सिंह ने डायरेक्टेड फारगेटिंग और भावनात्मक संबद्धताओं पर शोध साझा किया। सुजाता रमेश ने पारंपरिक तरीकों और कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित कॉग्निटिव ऑफलोडिंग की तुलना प्रस्तुत की, जबकि राजू पूजा ने स्मृति में परिचितता की भूमिका पर प्रकाश डाला। गेमिंग और संज्ञान पर आयोजित पैनल चर्चा में प्रो. नंदिनी...