फरीदाबाद, फरवरी 2 -- फरीदाबाद। स्मार्ट सिटी में हर वर्ष कैंसर रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, लेकिन सरकार की ओर से उपचार की कोई सुविधा नहीं है। स्मार्ट सिटी के लोग पूरी तरह निजी अस्पतालों या फिर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल एवं एम्स पर निर्भर हैं। बीते वर्ष 35 प्रतिशत तक कैंसर रोगियों की संख्या बढ़ी थी। वर्ष 2023 में कैंसर रोगियों की संया 4205 थी, जो पिछले वर्ष बढ़कर 5706 पहुंच गई। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट इसकी तस्दीक करती है। स्मार्ट सिटी में बीके और ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज दो बड़े अस्पताल हैं। ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में भी कैंसर रोगियों को संपूर्ण उपचार नहीं है। कैंसर जैसे गंभीर रोग के उपचार की सरकारी सुविधा नहीं होने से लोगों को काफी धक्के खाने पड़ते हैं। बीके अस्पताल में कैंसर रोग विशेषज्ञ नहीं है। चिकित्सकों को शंका होने पर उन्हें पी...