गोरखपुर, सितम्बर 2 -- गोरखपुर। बिजली कर्मियों ने मंगलवार को प्रदर्शन के दौरान प्रबंधन पर कई आरोप लगाए। कर्मियों ने आशंका जताई है कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर घोटाले के चलते विद्युत वितरण निगमों का 1.15 लाख करोड़ रुपये का एरियर डूब सकता है। संघर्ष समिति ने यह भी आरोप लगाया है कि निजीकरण के लिए स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के नाम पर बड़े पैमाने पर डाउन साइजिंग की जा रही है। सीतापुर, गोण्डा आदि स्थानों पर पकड़ा गया स्मार्ट प्रीपेड मीटर घोटाला निजी कंपनियों और दोषी उपभोक्ताओं की मिलीभगत के साथ किसी बड़ी साजिश का हिस्सा भी हो सकता है। इस दौरान सीबी उपाध्याय, इस्माइल खान, पुष्पेन्द्र सिंह, जीवेश नन्दन, परवेज़ आलम, शिवचंद यादव, सज्जाद आलम, प्रभुनाथ प्रसाद, संगमलाल मौर्य, संदीप श्रीवास्तव, सतेन्द्र कुमार, रंजीत सिंह, रवि यादव, करुणेश त्रिपाठी, विमलेश पा...