शिमला, अगस्त 17 -- राजधानी शिमला में नगर निगम ने आवारा कुत्तों की बढ़ती समस्या से निपटने के लिए एक अनोखी और बड़ी पहल शुरू कर दी है। 19 अगस्त से शहर में करीब चार हजार लावारिस कुत्तों को QR कोड और जीपीएस आधारित स्मार्ट कॉलर पहनाए जाएंगे। यह तकनीक कुत्तों की गतिविधियों, लोकेशन और व्यवहार पर निगरानी रखने में मदद करेगी। इस पहल से शिमला उत्तर भारत का पहला शहर बन जाएगा, जहां इतने बड़े पैमाने पर कुत्तों को डिजिटल पहचान और जीपीएस कॉलर से जोड़ा जाएगा। देश के कुछेक ही शहरों में अभी तक इस तरह का प्रयोग हुआ है।हर कुत्ते का होगा डिजिटल रिकॉर्ड, कॉलर से मिलेगी जानकारी नगर निगम शिमला के वेटनरी पब्लिक हेल्थ ऑफिसर डॉ. राहुल नेगी ने बताया कि स्मार्ट कॉलर में लगे QR कोड को स्कैन करते ही कुत्ते की पूरी जानकारी सामने आ जाएगी। इसमें उसकी उम्र, सेहत, नसबंदी, टीक...
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