अमरोहा, फरवरी 15 -- स्मार्टफोन के दुरुपयोग से युवा पीढ़ी रास्ता भटक रही है। स्कूली बच्चे व बच्चियां भी इसके हानि-लाभ जाने बिना इस्तेमाल कर रहे हैं। जरूरत है कि सोच-समझकर मोबाइल फोन का इस्तेमाल करें। नासमझ बच्चों को मोबाइल न दें तो बेहतर है। शब-ए-बरात की रात नगर के हैबतपुर बंजारा मार्ग पर मदरसा दारुल उलूम में आयोजित जलसे को खिताब करते हुए मौलाना मुफ्ती मुशाहिद ने ये बात कही। फरमाया कि स्मार्टफोन के दुरुपयोग के तमाम मामले सामने आ रहे हैं। युवक-युवतियां मोबाइल के जरिए संपर्क में आ जाते हैं और एक-दूसरे को समझे बिना ही गलत कदम उठा बैठते हैं। तमाम नौजवान रातों को मोबाइल देखकर अपनी जिंदगी बर्बाद कर रहे हैं। कहा कि अपने बच्चों को दुनियावी के संग दीनी तालीम भी हर हाल में दें। बच्चों को हाफिज-ए-कुरान बनाएं। बच्चों को हराम-हलाल का फर्क समझाएं। इस मौ...