उन्नाव, नवम्बर 9 -- उन्नाव। खेलों में भविष्य तलाश रहीं खेल प्रतिभाओं का भविष्य फिलहाल उज्जवल होता नहीं दिख रहा है। स्पोर्ट्स स्टेडियम में कई खेलों के कोच न होने से खिलाड़ी खुद ही प्रैक्टिस कर अपनी प्रतिभा निखारने का प्रयास कर रहे हैं। यह व्यवस्था इसी तरह पिछले कई सालों से चल रही है। अधिकारियों ने भी इस पर अभी तक गंभीरता नहीं दिखाई। हॉकी, भारोत्तोलन और बैडमिंटन का कोच सालों से नहीं है। इससे इन खेलों से जुड़े खिलाड़ियों को प्रशिक्षण लेने में परेशानी हो रही है। जबकि दो साल पहले हॉकी में 36 खिलाड़ी, भारोत्तोलन में 24 और बैडमिंटन में 49 खिलाड़ी थे। लेकिन कोच न होने से अब इन खेलों में खिलाड़ी पंजीकरण नहीं करा रहे हैं। खिलाड़ियों ने जल्द ही कोच की तैनाती की मांग की। केंद्र सरकार खेल को बढ़ावा देने में लगी है। बाईपास स्थित स्पोर्ट्स स्टेडियम युवा खिलाड़िय...