देहरादून, अप्रैल 30 -- भारतीय सांस्कृतिक विरासत को प्रोत्साहित करने के स्पिक मैके की ओर से बुधवार को दून गर्ल्स स्कूल में फेमस बस्तर बैंड का आयोजन किया गया। कलाकारों ने छात्रों को छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र की समृद्ध जनजातीय संगीत परंपराओं से रूबरू कराया। पद्मश्री अनूप रंजन पांडे ने बस्तर बैंड के बारे में जानकारी दी। जिसमें मुरिया, डंडामी मड़िया, धुर्वा, भत्रा, मुंडा और हल्बा जैसे जनजातीय समुदाय के कलाकार जुड़े हैं। यह बैंड बस्तर के पारंपरिक संगीत और लुप्तप्राय वाद्य यंत्रों को संरक्षित करने और उन्हें मंच पर प्रस्तुत करने के लिए समर्पित है। अब तक यह बैंड 52 ग्राम कला समूहों से 10,000 से अधिक कलाकारों को जोड़ चुका है और देश-विदेश में अपनी प्रस्तुतियाँ दे चुका है। प्रदर्शनों में 'डोंकी पाटा' जैसे भक्ति गीतों की प्रस्तुति दी गई। जिसमें परंपर...