प्रयागराज, फरवरी 25 -- महाकुम्भ नगर। महाकुम्भ के सेक्टर 10 में स्थित रेकी शोध प्रशिक्षण और प्राकृतिक संस्थान के शिविर में सोमवार को स्पर्श चिकित्सा शिविर आयोजित किया गया। इस मौके पर रेकी ग्रैंड मास्टर सतीश राय ने श्रद्धालुओं का रेकी पद्धति से उपचार के प्रति जागरूक किया। उन्होंने बताया कि वेदों में जल, वायु, अग्नि, सूर्य व मंत्र चिकित्सा के साथ-साथ स्पर्श चिकित्सा का भी उल्लेख मिलता है। हमारे ऋषि मुनियों ने स्वस्थ रहने के लिए स्पर्श चिकित्सा का उपयोग किया वर्तमान में यह पद्धति लुप्त होती जा रही है। उन्होंने कहा कि 90% बीमारियां साइकोसोमेटिक होती हैं। यानी जैसा हम सोचते हैं वैसे ही स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है।

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