बांका, मई 27 -- कटोरिया (बांका), निज प्रतिनिधि। सावन महीने में शुरू होने वाली विश्व प्रसिद्ध कांवर यात्रा का आगाज 11 जुलाई से होगा। सुल्तानगंज से देवघर तक की यह लगभग 105 किलोमीटर लंबी पैदल यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि बिहार-झारखंड की साझा सांस्कृतिक पहचान भी है। इस श्रावणी मेले का इतिहास बहुत ही पुराना है और इसकी ख्याति साल दर साल बढ़ती चली जा रही है। लेकिन फिर भी कांवरिया पथ में अब तक स्थायी सुविधा बहाल नहीं हो पाई है। जिस वजह से हर साल नए सिरे से तैयारी शुरू करनी पड़ती है। सावन का मेला बीतते ही सारी तैयारी और सुविधाएं गायब हो जाती है। इससे हर वर्ष नए सिरे से खर्च और मेहनत करनी पड़ती है। स्थायी व्यवस्था नहीं होने के कारण कांवरियों को हर साल कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। यात्रा का 90 प्रतिशत कांवरिया पथ बिहार की सीमा ...