मऊ, मई 3 -- मऊ। जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र ने अप्रैल माह में पंजीकृत सबसे बड़ी मालियत के पांच विलेखों में से दो विलेखों का शुक्रवार को स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान दोनों अभिलेख में मूल्यांकन सही पाया। खरीद में प्रयोग किए गए स्टांप शुल्क की कमी नहीं पाई गई। जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी वित्त राजस्व, सहायक आयुक्त स्टांप एवं उप जिलाधिकारी को विकृत संपत्तियों का भौतिक सत्यापन करने के निर्देश दिए। साथ ही स्टांप कमी के प्रकरणों में भारी जुर्माना लगाने की कार्रवाई करने के निर्देश दिए। बता दें कि मार्च माह में पंजीकृत सबसे बड़ी मालियत के विलेखों के स्थलीय निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने स्टांप शुल्क में कमी को पकड़ा था। इसके अलावा जिलाधिकारी के ही निर्देश पर अपर जिलाधिकारी सत्यप्रिय सिंह ने भी विलेखों के स्थल निरीक्षण के दौरान स्टांप चोरी का...