बेगुसराय, जुलाई 13 -- गढ़हरा(बरौनी),एक संवाददाता। आर्य समाज और नारी सशक्तीकरण विषय पर विचारगोष्ठी का आयोजन स्थानीय भवन में रविवार को हुआ। कार्यक्रम का आरंभ देवयज्ञ के साथ हुआ। मुख्य यजमान प्रसिद्ध व्यवसायी धर्मेंद्र आर्य एवं उनकी धर्मपत्नी थी। मुख्य प्रवक्ता के रूप में ब्रह्मचारिणी मांडवी ने कहा कि 19वीं सदी में भारतीय समाज में नारी की दशा बहुत ही दयनीय थी। आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती ने नारी को पुरुष के बराबर का दर्जा दिया। बताया कि स्त्रियों को भी पुरुष के समान यज्ञ करने का अधिकार है। स्त्री जाति के लिए उन्होंने शिक्षा के द्वार खोल दिए। आर्य समाज ने बाल विवाह, सती प्रथा जैसी कुरीतियां बंद करवाई। विधवाओं को पुनर्विवाह का अधिकार प्रदान कर आर्य समाज ने नारी सशक्तीकरण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। भारतीय समाज में वैदिक काल...