नई दिल्ली, सितम्बर 16 -- काश वो घर से निकले ही न होते। काश कुछ सेकंड पहले उनकी बाइक वहां से निकल गई होती। काश ये सब एक बुरा सपना हो, और आंखें खोलते ही नवजोत सिंह अपने परिवार के पास हों। यह सिर्फ एक सड़क हादसा नहीं, बल्कि एक परिवार का दर्द है जो दिल्ली की सड़कों पर बिखर गया। धौला कुआं के पास, एक बीएमडब्ल्यू की तेज रफ्तार ने 52 साल के नवजोत सिंह की जिंदगी छीन ली और उनकी पत्नी संदीप की दुनिया को एक झटके में उजाड़ दिया। गुरुद्वारा बंगला साहिब से लौटते समय उन्होंने सोचा भी नहीं होगा कि उनकी जिंदगी का सफर कुछ ही किलोमीटर में खत्म हो जाएगा। परिवार का आरोप है कि उन्हें जानबूझकर पास के अस्पताल की बजाय दूर ले जाया गया और एक छोटे से अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। अगर समय पर इलाज मिल जाता, तो शायद आज नवजोत सिंह जिंदा होते। लेकिन सबसे दर्दनाक दृश्य त...