सिद्धार्थ, मार्च 18 -- सिद्धार्थनगर। निज संवाददाताक्या द्रोणाचार्य के बिना एकलव्य की कल्पना की जा सकती है, भले ही मूर्तरूप से सही, लेकिन बिना गुरु के ज्ञान नहीं मिल सकता। कुछ ऐसा ही हाल जिला मुख्यालय पर बने स्पोर्ट्स स्टेडियम का है। यहां खिलाड़ियों को विभिन्न खेलों की प्रैक्टिस करवाने के लिए गुरु यानी कोच ही नहीं हैं। जनपद के खिलाड़ियों को कोच नहीं मिल पा रहे हैं। स्टेडियम में चार खेलों के कोच ही नहीं है। इससे खिलाड़ियों को दुश्वारियां झेलनी पड़ रही हैं। खेलो इंडिया के तहत एथलेटिक्स के लिए एक कोच की तैनाती की गई है जबकि नौ माह पूर्व हैंडबाल और फुटबाल के लिए अलग-अलग कोच की तैनाती की गई थी पर हैंडबाल की कोच अंकिता रत्न ने कार्यभार ग्रहण करने के कुछ ही दिन बाद अन्यत्र स्थानांतरण करवा लिया। वहीं फुटबाल के लिए तैनात राज लक्ष्मी चौधरी खिलाड़ियों...