देवरिया, अक्टूबर 30 -- देवरिया, निज संवाददाता जिला स्पोर्टस स्टेडियम में प्रशिक्षकों की कमी से खेल प्रतिभाएं दब रही हैं। आलम यह है कि प्रशिक्षक के अभाव में बैडमिंटन और बास्केटबाल में खिलाड़ी अपना करियर नहीं बना पाते हैं। जनपद के रवींद्र किशोर शाही स्पोर्टस स्टेडियम में बीते करीब पांच साल से बैडमिंटन और बास्केटबाल के प्रशिक्षकों की तैनाती नहीं हुई है। इसके चलते इन खेलों में खिलाड़ी प्रशिक्षण नहीं ले पाते हैं। शहर से लेकर गांव तक तमाम ऐसे खिलाड़ी हैं जो बैडमिंटन और बास्केटबॉल में अपना करियर संवारना चाहते हैं। युवा खिलाड़ियों का कहना है कि वे स्टेडियम में इन खेलों का अभ्यास करने को हर रोज आते हैं, लेकिन कोच के कमी के चलते उन्हें सही दिशा नहीं मिल पाती। बैडमिंटन और बास्केटबॉल खेलने वाले खिलाड़ियों को कोचिंग के लिए निजी अकादमी या बड़े शहरों का...