आगरा, जून 28 -- स्कूलों को मर्ज करने का विरोध शुरू हो गया है। शिक्षक सबसे पहले आगे आए हैं। उनका कहना है कि इससे बच्चे पढ़ नहीं पाएंगे। ड्राप आउट बच्चों की संख्या बढ़ जाएगी। गरीब बच्चों को शिक्षा नहीं मिल पाएगी। शनिवार को शिक्षकों ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा। राष्ट्रवादी शिक्षक संघ के नेता सैकड़ों शिक्षकों के साथ कलक्ट्रेट पहुंचे। शिक्षकों ने एडीएम (न्यायिक) को ज्ञापन सौंपा। कहा कि सरकार अपनी गलत नीतियों के कारण बेसिक शिक्षा को पूरी तरह बर्बाद करना चाहती है। शिक्षकों को जिम्मेदार बनाकर बलि चढ़ा रही है। आगरा में 300 स्कूल मर्ज किए जा रहे हैं। स्कूल बंदी से शिक्षकों की नौकरियां खतरे में आ जाएंगी। गरीब बच्चों से शिक्षा का अधिकार छिन जाएगा। दूसरे गावों में छोटे बच्चे बिना यातायात सुविधा के जा नहीं पाएंगे। अमान्य...