पटना, मार्च 5 -- जिन स्कूलों में भूमि खाली हैं वहां पोषण वाटिका लगाएं। इसमें फल और सब्जियां जैविक तरीके से उगाएं ताकि बच्चों को मध्याह्न योजना के तहत दिया जा सके। इससे बच्चों के सेहत पर भी अच्छा प्रभाव पड़ेगा। बुधवार को अंकुरण परियोजना की समीक्षा के दौरान डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने अधिकारियों को यह निर्देश दिया। अधिकारियों ने बताया कि पटना जिले में 394 स्कूलों में पोषण वाटिका का संरचना का निर्माण कर लिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि विद्यालयों में पोषण वाटिका की अवधारणा के तहत बच्चों को बेहतर पोषण उपलब्ध कराते हुए उनके स्वास्थ्य स्तर पर सुधार एवं कुपोषण की दर को कम किए जाने का प्रयास किया जाना है। इसके अंतर्गत विद्यालयों में उपलब्ध भूमि में पोषण वाटिका विकसित कर जैविक तरीके से उत्पादित साग-सब्जियों एवं फलों को मध्याह्न भोजन में शामिल करते...
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