मुजफ्फरपुर, मार्च 21 -- मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। स्कूलों की लापरवाही से हजारों बच्चों को इस साल की छात्रवृत्ति नहीं मिली। ये बच्चे मेधा परीक्षा में चयन हुए थे और इनको एक साल राशि भी मिली थी। स्कूलों से इन बच्चों के अगली कक्षा में पढ़ाई जारी रखने का रिकॉर्ड नहीं दिया जिससे उनकी राशि अटक गई। सूबे के 1896 में से 499 बच्चों को ही इस साल छात्रवृत्ति मिलेगी। देश में 13398 बच्चों की नेशनल मेरिट स्कॉलरशिप इसी वजह से अटक गई है। जिले में 150 से अधिक बच्चों में सौ से अधिक का रिकार्ड नहीं भेजा गया है। वर्ष 2024 के लिए नवीनीकरण का आदेश मिला तो स्कूलों और अधिकारियों की लापरवाही का यह मामला सामने आया। स्कूलों और अधिकारियों के माध्यम से छात्रों का सत्यापन करना था। पीएमओ से की गई शिकायत पर एससीईआरटी ने दिया जवाब : जिले के छात्र कुणाल कुमार ने राष्ट्री...