मऊ, अगस्त 4 -- मऊ। जनसंस्कृति मंच और राहुल सांकृत्यायन सृजन पीठ के संयुक्त तत्वावधान में उपन्यास सम्राट एवं महान कहानीकार मुंशी प्रेमचंद की जयंती के अवसर पर शनिवार को भुजौटी स्थित सभागार में गोष्ठी एवं काव्य संध्या का आयोजन हुआ। गोष्ठी में उपस्थित लोगों ने 'बंद होती पाठशाला एवं खुलती मधुशाला विषय पर स्मरण, चिंतन एवं मनन किया। जन संस्कृति मंच के अध्यक्ष मनोज सिंह ने कहा कि मुंशी प्रेमचंद यथार्थवादी लेखन करते हुए एक ऐसे विवेक की तलाश कर रहे थे, जिससे समरस ,सहिष्णु और समतामूलक समाज का निर्माण हो सके। उन्होंने स्त्री शिक्षा को लेकर गबन का हवाला देते हुए कहा कि जिस देश में स्त्रियों की जितनी अधिक स्वाधीनता है वह देश उतना ही सभ्य है। डा.जयप्रकाश धूमकेतु प्रदेश अध्यक्ष जन संस्कृति मंच ने कहा कि प्रेमचंद को बनारस के लोग जितना साहित्यकार के रूप मे...