बरेली, सितम्बर 28 -- अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर माता के पांचवें स्वरूप स्कंदमाता की पूजा मंदिरों से लेकर घरों तक विधि-विधान से हुई। मंदिरों में शनिवार को पूजन-अर्चन के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। माता का भक्तों ने विधि-विधान से पूजन किया। शाम को धूमधाम से माता की डोली निकाली गई। धूप-दीप से माता की आरती उतारी और सुख-समृद्धि की मनोकामना की। आचार्य मुकेश मिश्रा ने बताया कि शारदीय नवरात्रि की पंचमी तिथि का विशेष महत्व माना जाता है। क्योंकि यह दिन ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी स्कंदमाता को समर्पित है। स्कंदमाता की विधि सम्मत पूजा करने से गुरु ग्रह स्वतः मजबूत हो जाता है। लोगों ने पुष्प व शहद चढ़ाकर माता से सुख समृद्धि का आशीष मांगा। साहूकारा स्थित श्री नवदुर्गा मंदिर में माता का शृंगार एवं पूजा अर्चना करने के लिए भक्तों की भीड़ देख...