लखीमपुरखीरी, जुलाई 11 -- माथुरपुर गांव में हालात बेहद चिंताजनक हैं। गांव के श्रीराम, कल्लू, अवधेश, प्यारे, चंद्रिका, जगतू, पंचू, सतीश, दिनेश सहित कई परिवारों के आशियाने नदी की कटान की जद में आ चुके हैं। माथुरपुर के प्राथमिक विद्यालय से नदी की दूरी अब महज सौ मीटर रह गई है। अगर इसी तरह कटान होता रहा तो प्राथमिक विद्यालय तो जल्द ही नदी में समा जाएगा। गांव के पश्चिमी हिस्से में नदी लगातार कटान कर रही है। माथुरपुर में भूमिहीन और बेघर हो जाएंगे। किसान माथुरपुर के ग्रामीणों का कहना है कि पहले नदी ने उनकी उपजाऊ कृषि योग्य भूमि निगल ली और अब मकानों को भी अपनी धारा में समेट लिया।आज हालात यह हैं कि न खेती के लिए जमीन बची है और न सिर छिपाने के लिए घर। गांव वालों का कहना है कि प्रशासन की ओर से केवल बोरियों में मिट्टी भरकर,बांस और प्रीक्यूपाइन लगवाकर ख...