लखनऊ, अक्टूबर 17 -- समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दिवाली पर प्रदेश और देशवासियों से कहा है कि त्योहार परस्परता के प्रतीक होते हैं। किसी की माटी, किसी का दीया, किसी का सूत, किसी की बाती, किसी का तेल, किसी की खील, किसी का कपड़ा, किसी की सिलाई, किसी का खोआ, किसी की मिठाई, किसी का खिलौना, किसी का बताशा, किसी की फुलझड़ी, किसी का पटाखा, सौहार्द बचा रहेगा तो त्योहार बचा रहेगा। अखिलेश यादव ने कहा कि कुछ लोग अपनी संकीर्ण राजनीति के लिए अपनी नकारात्मक सोच का प्रदर्शन करते रहते हैं। ऐसे लोग दिखावे के लिए ऊपरी तौर पर तो त्योहार मना सकते हैं, लेकिन अच्छे और सच्चे मन के अभाव में कभी भी अंदर से ख़ुश नहीं हो सकते हैं। उन्होंने कहा है कि त्योहारों के खुशनुमा माहौल में हम इनके लिए ये सकारात्मक प्रार्थना करते हैं कि ऐसे लोग अपने मन की कल...