कुशीनगर, दिसम्बर 28 -- कुशीनगर। उत्तर प्रदेश सौर ऊर्जा नीति-2022 के तहत जिले में निवेश को नया आयाम देने की तैयारी है। डीएम महेंद्र सिंह तंवर के निर्देश पर नीति के प्रावधानों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक निवेशक सौर ऊर्जा परियोजनाओं से जुड़ सकें। उपायुक्त उद्योग अभय कुमार सुमन ने बताया कि नीति का उद्देश्य जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता घटाकर नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देना है। इसके तहत वर्ष 2026-27 तक प्रदेश में 22 हजार मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। सौर ऊर्जा संयंत्र व सोलर पार्क स्थापना के लिए भूमि पर स्टाम्प शुल्क में 100 प्रतिशत तथा विद्युत शुल्क में 10 वर्षों तक पूरी छूट दी जा रही है। उन्होंने बताया कि ग्रिड स्केल सौर परियोजनाओं को प्रति मेगावाट 2.50 करोड़ रुपये तक सब्सिडी दी जायेगी। वहीं रूफटॉप सो...
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